सरकार का लाडला जेलर
मुंबई की आर्थर रोड जेल में हुए गैंगवार ने फिर एक बार जेल प्रशासन पर सवाल उठा दिये हैं। इन सवालों के घेरे में हैं जेल सुपिरिंटेंडेंट राजेंद्र धामणे। धामणे के कार्यकाल में गैंगवार की ये दूसरी घटना है, लेकिन अपने राजनैतिक रिश्तों के चलते वे हर बार कार्रवाई से बच जाते हैं। मुंबई आने से पहले धामणे का पुणे के यरवदा जेल और ठाणे में कार्यकाल विवादों से घिरा रहा है। मुंबई के आर्थर रोड जेल में फिरसे हुआ गैंगवार और फिरसे बेपर्दा हो गया यहां का जेल प्रशासन। डॉन अबू सलेम के गुर्गे मेंहदी हसन पर जिस तरह से पांडव पुत्र गैंग के सदस्यों ने हमला किया उससे यही बात सामने आती है कि न तो कैदियों में जेल प्रशासन का कोई डर है और न ही कैदियों को आपस में भिडने से रोकने के लिये कोई पुख्ता इंतजाम। जेल में इस बदइंतजामी के लिये जो शख्स जिम्मेदार है वो है राजेंद्र धामणे, मुंबई की आर्थर रोड जेल का सुपिरिंटेंडेंट। ये कोई पहली बार नहीं है कि सुपिरिंटेंडेंट राजेंद्र धामणे के कार्यकाल में इस तरह की कोई वारदात हुई हो। धामणे पहले भी कई बार विवादों में फंस चुके हैं...लेकिन बताया जाता है कि वे कुछ राजनेताओं के लाडले हैं और ...