राज ठाकरे के नाम खुला खत।
श्रीमान राज ठाकरे, कथित आतंकी यासीन भटकल की बिहार से गिरफ्तारी पर आपकी ओर से की गई टिप्पणी चौंकाने वाली नहीं थी। आपके लिये भाषाई-क्षेत्रीय सियासत खेलने और अपने विरोधियों पर चुटकी लेने का ये एक और मौका था। आपने काफी तीखे शब्दों में ये भी सवाल किया कि आखिर ऐसे समाजविरोधी तत्व बिहार से ही क्यों पकडे जाते हैं ? आपको अपराध और अपराधियों पर बात करते देखकर और स्वयं एक दशक से ज्यादा वक्त से अपराध पत्रकारिता करने के बाद मुझे लगा कि आपके बयान का विश्लेषण किया जाना चाहिये, खास करके इसलिये क्योंकि आप अर्धसत्य के जरिये सियासी फायदा हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं । मैं ये मानता हूं कि बिहार ने सालों साल से अराजकता देखी है, कानून और व्यवस्था का वहां मजाक बनाया गया और ये राज्य अपहरणकर्ताओं, हत्यारों और लुटेरों के लिये स्वर्ग के तौर पर बदनाम हो गया था। बहरहाल, मैं आपकी इस बात से असहमत हूं कि ज्यादातर गुनहगार बिहार या फिर उसके पडोसी उत्तरभारतीय राज्यों से आते हैं। मुझे याद है साल 2007 में आपकी ओर से दिया गया एक बयान जब आपने ताजा ताजा मराठीवाद के मुद्दे को अपनी पार्टी की फिलोस्फी के तौर पर अपना...