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Showing posts from January, 2015

कोयले की खान में हीरा : एक क्राईम रिपोर्टर की नजर में आबा।

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आर.आर.पाटिल “ सीधे का मुंह कुत्ता चाटे ” - हिंदी की इस कहावत को आधार बनाकर एक वरिष्ठ और सम्माननीय पत्रकार ने एकबार मुझसे कहा था कि मुंबई में गुनाहों पर अगर काबू रखना है तो 3 पदों पर बैठे लोग थोडे दबंग किस्म के, आक्रमक और शातिर होने चाहिये । पहला पद महाराष्ट्र के गृहमंत्री का, दूसरा मुंबई के पुलिस कमिश्नर का और तीसरा क्राईम ब्रांच के ज्वाइंट कमिश्नर का। उनके मुताबिक अगर इन पदों पर सीधे सादे और साफ सुथरी छवि के लोग बैठे तो मुंबई काबू में नहीं रहेगी। आर.आर.पाटिल को मैं इसका अपवाद मानता हूं। उन्होने बतौर गृहमंत्री न केवल खुद को साफ सुथरा रखा बल्कि अपने काम की छाप भी छोडी...फिर किसी को चाहे वो अच्छी लगी हो या बुरी। साल 2004 में आर.आर.पाटिल यानी आबा को तब पहली बार गृहमंत्री बनने का मौका मिला था जब एनसीपी पर भ्रष्टाचार के तमाम आरोप लग रहे थे और तत्कालीन गृहमंत्री छगन भुजबल तेलगी घोटाले में फंसते नजर आ रहे थे। ऐसे में एनसीपी एक निर्विवाद चेहरे को सामने लाना चाहती थी, जो उन्हें आर.आर.पाटिल में मिला। किस लिये याद किये जायेंगे आबा ? करीब 20 साल पहले जब मैने पत्रकारिता का करियर शुरू ...

Witness Woes! : What the US is doing & India needs to do?

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Being a witness for the prosecution is tough, especially if you are deposing against an organized crime syndicate or a terrorist group. I have been witness for the prosecuting agencies in around half a dozen cases mostly related with Mumbai underworld. Prosecuting agencies made me witness mostly for some of the extra judicial confessions which mafia gang bosses have done on phone to me in which they claimed responsibility for some high profile shootouts in the city of Mumbai . Although, being aware of the risks of becoming a prosecution’s witness, I treat a police summon asking me to become a witness as a certificate for participating in the war against organized crime. Being a crime reporter for over a decade, I believe becoming a witness is another opportunity to know underworld from a different perspective & contribute to the fight against crime in a way other than journalism. When somebody becomes a witness against an organized crime syndicate, the gang undertakes all m...