जब समंदर से मुझे घृणा हो गई थी - संस्मरण।
समंदर से मुझे प्यार है और मेरी अब तक की जिंदगी में ये किसी न किसी तरह से मुझसे जुडा रहा है। मैं अरब सागर के किनारे बसे शहर मुंबई में पैदा हुआ, पला-बढा। समंदर के साथ मेरी पहली याद तब से जुडी है जब बचपन में अक्सर रविवार के दिन मां-बाप मुझे गिरगांव चौपाटी घुमाने ले जाया करते थे। इसी गिरगांव चौपाटी के सामने खडे ऐतिहासिक विल्सन कॉलेज में मैने 5 साल गुजारे। बतौर टीवी पत्रकार पिछले 15 सालों से यहीं समंदर किनारे अनंत चतुर्दशी के दिन सुबह से रात तक गणपति विसर्जन कवर करता आया हूं। साल 2007 तक साप्ताहिक छुट्टी की शामें अक्सर मुंबई के मनोरी बीच पर सूर्यास्त देखते हुए गुजरतीं थीं। मनोरी, तुलनात्मक रूप से मुंबई का सबसे खूबसूरत और साफ सुथरा समुद्र तट है और मैं अब भी अक्सर यहां दोस्तों और सहकर्मियों के साथ आते रहता हूं। समु्द्र के प्रति लगाव ने मुझे इसकी गहराई में झांकने के लिये भी उत्साहित किया। यही वजह रही कि साल 2008 में मैने आस्ट्रेलिया से पंजीकृत डाईविंग स्कूल से पेशेवर स्कूबा डाईविंग (गोताखोरी) का कोर्स किया। समुद्र के भीतर छुपी खूबसूरत, रंगबिरंगी दुनिया ने मुझे इतना प्रभावित किया कि बीते 6 ...