बच्चे हैं डॉन के, छूना चाहते हैं आसमान

हर बाप चाहता है कि उनके बच्चे पढ-लिखकर अच्छा इंसान बने, अपने पैरों पर खडे हों और ऐसी चाहत हमारे आप के अलावा अंडरवर्लड डॉन भी रखते हैं। मुंबई अंडरवर्लड के सभी डॉन भले ही अपने आपराधिक करियर में अथाह खूनखराबा कर चुके हों, लेकिन अपने बच्चों को वे अपने जैसा नहीं बनाना चाहते। अगर इन गुनाह के खिलाडियों के बच्चों पर हम नजर डालें तो पायेंगे कि मां बाप भी इन्हें समाज में सम्मानजनक जगह दिलाना चाहते हैं। कोई अपने बच्चे को पायलट बनाना चाहता है, कोई डॉक्टर, कोई बिजनेस मैनेजर तो कोई राजनेता।
अंडरवर्लड डॉन दाऊद इब्राहिम ने अपने करीब 30 साल के आपराधिक करियर में भले ही सैकडों जाने लीं हों, लेकिन वो चाहता है कि उसका बेटा लोगों को जिंदगी देने का काम करे। दाऊद का बेटा मोईन दाऊद कासकर ब्रिटेन में मेडिकल की पढाई कर रहा है और दाऊद उसे डॉक्टर बनाना चाहता है। साहब जादे की उम्र है करीब 25 साल । दाऊद के 4 बच्चों में मोईन तीसरे नंबर पर है। सबसे बडी बेटी माहरूख की शादी साल 2005 में जावेद मियांदाद के बेटे जुनैद से की गई थी। बाकी बेटियां अभी पढाई कर रहीं हैं।
मोईन कासकर दाऊद का इकलौता बेटा है और सभी बच्चों में सबसे ज्यादा चहेता भी। दाऊद ने कराची के क्लिफ्टन इलाके में अपने बंगले का नाम भी बेटे पर रखा है-मोईन पैलेस। बताते हैं कि दाऊद ने मोईन को काले कारोबार से बिलकुल अलग रखा और उसे पढाई के साथ साथ धार्मिक शिक्षा भी दी। दाऊद अब मोईन की शादी की तैयारी कर रहा है और चाहता है कि पढाई खत्म होने के बाद वो ब्रिटेन में ही बस जाये।
मुंबई अंडरवर्लड के दूसरे खिलाडी छोटा राजन का भले ही दाऊद से 36 का आंकडा हो, लेकिन बच्चों की परवरिश के मामले में उसकी सोच भी दाऊद की तरह ही है। छोटा राजन भी चाहता है कि उसके बच्चे गुनाह की दुनिया से दूर एक साफ सुथरी जिंदगी बितायें। छोटा राजन की 3 बेटियां हैं, जिनमें सबसे बडी है अनीता निखालजे। हाल ही राजन की पत्नी सुजाता ने अदालत को बताया कि अनीता सिंगापुर मैनजमेंट यूनिवर्सिटी से एमबीए का कोर्स करना चाहती है इसलिये एडमिशन की औपचारिकताएं पूरी करने के लिये अदालत सुजाता निकालजे को उसके साथ जाने की अनुमति दे। सुजाता को अदालत का दरवाजा खटखटाने की जरूरत इसलिये पडी क्योंकि उसे 3 साल पहले अपने पति छोटा राजन की खातिर जबरन वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और अदालत ने उसके विदेश जाने पर पाबंदी लगा दी थी। राजन की बाकी 2 बेटियां मुंबई के विद्याविहार इलाके के एक स्कूल से पढाई की है।

दाऊद के एक दुश्मन छोटा राजन की तरह ही उसका दूसरा दुश्मन अरूण गवली भी चाहता है कि उसके बच्चों का करियर अपराध की दुनिया में न बने। गवली ने खुद राजनीति में कदम ऱखा और विधायक बनने में कामियाब भी रहा। अब वो अपने बच्चों को भी इसी राह पर लाना चाहता है।

फरवरी 2007 में मुंबई महानगरपालिका के जो चुनाव हुए उसमें गवली ने अपनी बेटी गीता को चिंचपोकली इलाके से बतौर उम्मीदवार उतारा। गीता भारी मतों से चुनाव जीतकर पार्षद बन गई और अब गवली का इरादा उसे विधानसभा का चुनाव लडाने का है। गवली का लडका महेश फिलहाल मुंबई के सिद्धार्थ कॉलेज में पढाई कर रहा है।
गवली की तरह ही अडरवर्लड के एक और खिलाडी अश्विन नाईक भी अपने बच्चों की अलग पहचान बनाना चाहता है। अ नाईक की बेटी निकिता दांत का डॉक्टर बनना चाहती है और डेंटेस्ट्री की दूसरे साल की पढाई कर रही है। अश्विन नाईक के पहले उसके गिरोह की कमान बडे भाई अमर नाईक के हाथों थी। अमर नाईक तो एनकाउंटर में मारा गया लेकिन उसकी बेटी श्वेता अमेरिका के फ्लोरिडा से पायलट का कोर्स कर रही है। उसने अब तक 80 घंटो की उडान भरी है और 250 घंटे पूरे करने के बाद उसे professional pilot’s licence मिल जायेगा।

Comments

शोभा said…
ये तो अच्छी बात है की बच्चों ने अपने लिए सही राह चुनी है.
गवाह said…
क्या वाकय में ऐसी सोच होती है इनलोगों की खैर इनलोगों की करतूत से तो शायद ही कोई लोग सोचता होगा की इनलोगों की भी मानसिकता अपने बच्चो के बारे में नेक होती होगी लेकिन आपके इन्फोर्मेशन से इसपर जरुर एक बार सोचेंगे बहरहाल काफी इन्फोर्मत्तीव है..............

Popular posts from this blog

Memoir: A cop like Maria!

Bombay Number 3. (Memoirs of a Mumbai Boy)

हिंदू आतंकवाद - नांदेड धमाके से मिले थे संकेत