डी कंपनी का नया पैंतरा - रिश्तों की रणनीति

डॉन के घर फिर बजी शहनाई। फिर हुआ जश्न। फिर जुटे अपने...लेकिन गुपचुप।अंडरवर्लड डॉन दाऊद इब्राहिम ने अपने मरहूम भाई साबिर के बेटे रज्जाक उर्फ जाकिफ की शादी पिछले महीने कराची में एक आईएसआई अफसर की बेटी से करवाई। दाऊद रज्जाक को अपना बेटा मानता है। रज्जाक के पिता साबिर की 80 के दशक में दुश्मन पठान गैंग ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। चूंकि दाऊद अमेरिका और भारत की खुफिया एजेंसियों के निशाने पर है इसलिये ये सब हुआ बिलकुल गुपचुप.२६ जून २००८ को रज्जाक की शादी एक आईएसआई अफसर की बेटी नसरीन से हुई। ये एरेंजड मैरेज थी। रिश्ता खुद दाऊद ने ही तय किया था। निकाह के मौके पर छोटा शकील और फहीम जैसे गिरोह के कुछ खास गुर्गों के अलावा दाऊद का भाई अनीस, हुमांयू, मुस्तकीम और नूरा मौजूद थे।मुंबई में रह रही दाऊद की बहन हसीना और भाई इकबाल कासकर ही 2 ऐसे करीबी रिश्तेदार थे, जो इस मौके पर गैरहाजिर थे। लडकी वालों की ओर से भी सगे संबंधियों के अलावा कुछ चुनिंदा आईएसआई अफसरों को ही बुलाया गया।फरवरी 1980 में मुंबई के प्रभादेवी इलाके में साबिर की पठान गैंग ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। साबिर की हत्या के बाद उसकी पत्नी शहनाज ने दूसरी शादी कर ली, लेकिन साबिर का बेटा रज्जाक दाऊद के साथ दुबई चला गया और 2001 में दुबई से कराची। बिना बाप के रज्जाक की परवरिश दाऊद ने खुद की। दाऊद उसे अपना बडा बेटा मानता है।दाऊद ने ही अपने इस भतीजे री परवरिश की, उसकी जरूरतें पूरी कीं, उसकी पढाई-लिखाई करवाई।दाऊद की ये दिली चाहत थी कि वो अपने इस भतीजे की शादी पूरी शान-ओ-शौकत से करे।23 जुलाई 2005 में अपनी बेटी महारूख की शादी के वक्त दाऊद ने कोई कसर नहीं छोडी थी। दुबई और कराची के पांच सितारा होटलों में दावते आम रखी गई थी। मेहमानों के ठहरने के लिये महंगे कमरे बुक कराये गये थे, लेकिन इस बार वैसा कुछ नहीं था। चूंकि पाकिस्तान दुनिया के सामने यही कहता है कि दाऊद उसकी जमीन पर नहीं है इसलिये शादी गुपचुप तरीके से बिना किसी धूमधडाके के हुई जिसमें सिर्फ परिवार के सदस्य और गैंग के खास लोग ही शरीक हुए। अब धीरे धीरे करके मुंबई के नाते रिश्तेदारों और गिरोह के सदस्यों को दावत के लिये पाकिस्तान बुलाया जा रहा है।हालांकि शादी की खबर डी कंपनी ने छुपाने की बहुत कोशिश की, लेकिन खुफिया एजेंसियों को भनक लग ही गई और अब ये पता किया जा रहा है कि कौन कौन लोग दाऊद की दावत खाने कराची जा रहे हैं।अपने नाते रिश्तेदारों की शादी में भी दाऊद की एक रणनीति छुपी है। उसने अपनी बेटी की शादी जावेद मियांदाद के बेटे से करवाई। भतीजे की शादी आईएसआई अफसर से। पाकिस्तान के बडे लोगों से इन पारिवरिक रिश्तों के जरिये दाऊद पाकिस्तान में अपनी सलामती की गारंटी ले रहा है। दाऊद के एक बेटा अभी और भी हैं। ये जानना दिलचस्प होगा कि उसकी शादी किससे होती है।

Comments

अपराध जगत में दाऊद से बड़ा कोई नाम नहीं है और न हीं कोई दूसरा हो पायेगा क्योंकि पुलिस अब इसकी नौबत आने ही नहीं देगी। और आज के दौर में अपराध जगत में इतना बड़ा नेटवर्क खड़ा करना आसान काम नहीं है। दाऊद परिवार में अब जिसकी भी शादी हो रही है वे समाज के पढे लिखे लोगों के यहां हो रही है। इससे एक बात तो साफ हो चली कि बंदूक के बल पर भले हीं दुनियां पर दाऊद हुकूमत करे लेकिन वो भी जानता है कि अपराध जगत की जिंदगी क्या होती है इसलिये दाऊद और दाऊद से जुड़े लोग भी अपने परिवार के लोगों की शादी अपराध की दुनियां से जुड़े लोगों के यहां करना नही चाहती। बढिया और खोजी खबर है।

Popular posts from this blog

Memoir: A cop like Maria!

Bombay Number 3. (Memoirs of a Mumbai Boy)

हिंदू आतंकवाद - नांदेड धमाके से मिले थे संकेत